Stain of Ink pic |
तु हो ना हो, तेरी यादों मे गुंजी हैं हर शाम मेरी,
हर दिन, हर शक्स में ढूँढा है मैंने सुरत तेरी,
लमहों की दासता बयान-ए-नाज हैं हमारी;
अधुरी धड़कनें, सपनें अधुरें, अधुरें शिकवे-गिले मेरे,
कब मिलेगा अधुरा प्यार, अधुरा साथ, अधुरे एहसास हमारे...
ना जाने कब, ना जाने कब, ना जाने कब।|1||
दिल में बड़ा तूफ़ान सा हैं,
ना जाने कब मेरे इस कोहराम को मुक़ाम मिलें,
ना जाने कब मेरे सासों को तेरें सासों की पहचान मिलें;
ना जाने कब दिल की धड़कनों को तेरी दस्तक मिलें,
ना जाने कब सुनने, अधुरे से पलों को तेरे होने का एहसास मिले...
ना जाने कब, ना जाने कब, ना जाने कब।|2||
तु युँ तो है मेरे साथ, मेरे पास, हर पल में,
पर तुझें खोने पर, खो गया हुँ ख़ुद ही तेरे दिद़ार में,
तु है तो मैं हु, तेरे बिन क्यु नही हुँ मैं कुछ भी कहीं पें;
ये ख़ालीपन, ये दिल का रोना, तेरे दस्तक को ढुंढना
मेरे रुह में,
कब ना जाने इस रूह को खोया हुआ वो चैन मिले...
ना जाने कब, ना जाने कब, ना जाने कब मुझे तु मिलें।|3||
रिध्धी कोठारी
हर दिन, हर शक्स में ढूँढा है मैंने सुरत तेरी,
लमहों की दासता बयान-ए-नाज हैं हमारी;
अधुरी धड़कनें, सपनें अधुरें, अधुरें शिकवे-गिले मेरे,
कब मिलेगा अधुरा प्यार, अधुरा साथ, अधुरे एहसास हमारे...
ना जाने कब, ना जाने कब, ना जाने कब।|1||
दिल में बड़ा तूफ़ान सा हैं,
ना जाने कब मेरे इस कोहराम को मुक़ाम मिलें,
ना जाने कब मेरे सासों को तेरें सासों की पहचान मिलें;
ना जाने कब दिल की धड़कनों को तेरी दस्तक मिलें,
ना जाने कब सुनने, अधुरे से पलों को तेरे होने का एहसास मिले...
ना जाने कब, ना जाने कब, ना जाने कब।|2||
तु युँ तो है मेरे साथ, मेरे पास, हर पल में,
पर तुझें खोने पर, खो गया हुँ ख़ुद ही तेरे दिद़ार में,
तु है तो मैं हु, तेरे बिन क्यु नही हुँ मैं कुछ भी कहीं पें;
ये ख़ालीपन, ये दिल का रोना, तेरे दस्तक को ढुंढना
मेरे रुह में,
कब ना जाने इस रूह को खोया हुआ वो चैन मिले...
ना जाने कब, ना जाने कब, ना जाने कब मुझे तु मिलें।|3||
रिध्धी कोठारी
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